Wednesday, November 14, 2012

Murli [14-11-2012]-Hindi

मुरली सार:- ''मीठे बच्चे - तुम्हारी रूहानी यात्रा बहुत गुप्त है जो तुम्हें बुद्धियोग से करते रहना है, इसमें ही कमाई है'' 
प्रश्न:- याद की यात्रा पर रहने वाले बच्चों की निशानी क्या होगी? 
उत्तर:- वह बहुत गम्भीर और समझदार होंगे। सदा शान्तचित रहेंगे। 2- उनमें अशुद्ध अहंकार नहीं होगा। 3- उन्हें सिवाए एक बाप की याद के और कोई भी बात अच्छी नहीं लगेगी। 4- वह बहुत कम और धीरे बोलेंगे। वह हर काम ईशारे से करेंगे। जोर से बोलेंगे वा हसेंगे नहीं। 5- उनकी चलन बहुत-बहुत रॉयल होगी। उन्हें नशा होगा कि हम ईश्वरीय सन्तान हैं। 6- आपस में बहुत प्यार से रहेंगे। कभी लूनपानी नहीं होंगे। उनकी वाचा बहुत फर्स्टक्लास होगी। 
गीत:- रात के राही... 
धारणा के लिए मुख्य सार:- 
1) सत्य बाप सत्य बनाने आये हैं इसलिए कभी भी झूठ नहीं बोलना है। सदा सच्चे होकर रहना है। किसी को भी दु:ख नहीं देना है। 
2) मुख से ज्ञान की बातें बोलनी हैं। वाचा बहुत फर्स्टक्लास रखनी है। किसी को भी उल्टी मत देकर धूतीपना नहीं करना है। 
वरदान: नथिंगन्यु की स्मृति से विघ्नों को खेल समझकर पार करने वाले अनुभवी मूर्त भव 
विघ्नों का आना - यह भी ड्रामा में आदि से अन्त तक नूंध है लेकिन वह विघ्न असम्भव से सम्भव की अनुभूति कराते हैं। अनुभवी आत्माओं के लिए विघ्न भी खेल लगते हैं। जैसे फुटबाल के खेल में बाल आता है, ठोकर लगाते हैं, खेल खेलने में मजा आता है। ऐसे यह विघ्नों का खेल भी होता रहेगा, नथिंगन्यु। ड्रामा खेल भी दिखाता है और सम्पन्न सफलता भी दिखाता है। 
स्लोगन:- सबके गुणों को देख विशेषताओं की खुशबू फैलाओ तो यह संसार सुखमय बन जायेगा।