02-02-14 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ``अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज :08-04-97 मधुबन
पुराने संस्कारों को खत्म कर अपने निजी संस्कार धारण करने वाले एवररेडी बनो
वरदान:- अपने शुभ-चिंतन की शक्ति से आत्माओं को चिंता मुक्त बनाने वाली शुभाचिंतक मणी भव
आज के विश्व में सब आत्मायें चिंतामणी हैं। उन चिंता मणियों को आप शुभचिंतक मणियां अपने
स्लोगन:- बापदादा के डायरेक्शन को क्लीयर कैच करने के लिए मन-बुद्धि की लाइन क्लीयर रखो।
पुराने संस्कारों को खत्म कर अपने निजी संस्कार धारण करने वाले एवररेडी बनो
वरदान:- अपने शुभ-चिंतन की शक्ति से आत्माओं को चिंता मुक्त बनाने वाली शुभाचिंतक मणी भव
आज के विश्व में सब आत्मायें चिंतामणी हैं। उन चिंता मणियों को आप शुभचिंतक मणियां अपने
शुभ-चिंतन की शक्ति द्वारा परिवर्तन कर सकते हो। जैसे सूर्य की किरणें दूर-दूर तक अंधकार को
मिटाती हैं ऐसे आप शुभचिंतक मणियों की शुभ संकल्प रूपी चमक वा किरणें विश्व में चारों ओर
फैल रही हैं। इसलिए समझते हैं कि कोई स्प्रीचुअल लाइट गुप्त रूप में अपना कार्य कर रही है।
यह टाचिंग अभी शुरू हुई है, आखरीन ढूंढते-ढूंढते स्थान पर पहुंच जायेंगे।
स्लोगन:- बापदादा के डायरेक्शन को क्लीयर कैच करने के लिए मन-बुद्धि की लाइन क्लीयर रखो।