16-03-14 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ``अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज:14-12-97 मधुबन
व्यर्थ और निगेटिव को अवाइड कर अवार्ड लेने के पात्र बनो
वरदान:- सदा सर्व प्राप्तियों से भरपूर रहने वाले हर्षितमुख, हर्षितचित भव
जब भी कोई देवी या देवता की मूर्ति बनाते हैं तो उसमें चेहरा सदा हर्षित दिखाते हैं।
स्लोगन:- पास विद आनर बनना है तो हर खजाने का जमा खाता भरपूर हो।
व्यर्थ और निगेटिव को अवाइड कर अवार्ड लेने के पात्र बनो
वरदान:- सदा सर्व प्राप्तियों से भरपूर रहने वाले हर्षितमुख, हर्षितचित भव
जब भी कोई देवी या देवता की मूर्ति बनाते हैं तो उसमें चेहरा सदा हर्षित दिखाते हैं।
तो आपके इस समय के हर्षितमुख रहने का यादगार चित्रों में भी दिखाते हैं। हर्षितमुख
अर्थात् सदा सर्व प्राप्तियों से भरपूर। जो भरपूर होता है वही हर्षित रह सकता है। अगर
कोई भी अप्राप्ति होगी तो हर्षित नहीं रहेंगे। कोई कितना भी हर्षित रहने की कोशिश करे,
बाहर से हंसेंगे लेकिन दिल से नहीं। आप तो दिल से मुस्कराते हो क्योंकि सर्व प्राप्तियों
से भरपूर हर्षितचित है।
स्लोगन:- पास विद आनर बनना है तो हर खजाने का जमा खाता भरपूर हो।