Sunday, February 17, 2013

Murli [17-02-2013]-Hindi

17-02-13 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ''अव्यक्त बापदादा'' रिवाइज: 16-02-96 मधुबन 
''अब विशेष अटेन्शन देकर समय और संकल्प के खजाने को जमा करो'' 
वरदान:- स्वयं को बाप हवाले कर बुद्धि से भी सरेन्डर होने वाले डबल लाइट भव 
अपनी जिम्मेवारी बाप को देकर, स्वयं को बाप हवाले कर दो अर्थात् अपने सब बोझ बाप को दे दो तो डबल लाइट बन जायेंगे। बुद्धि से सरेन्डर हो जाओ तो और कोई भी बात बुद्धि में नहीं आयेगी, बस सब कुछ बाप का है, सब कुछ बाप में है तो और कुछ रहा ही नहीं, जब रहा ही नहीं तो बुद्धि कहाँ जायेगी, बस एक बाप, एक ही याद का रास्ता, इस रास्ते से सहज मंजिल पर पहुंच जायेंगे। 
स्लोगन:- अडोलता के तख्त पर विराजमान हो, साक्षी दृष्टा बन पार्ट बजाने वाले ही श्रेष्ठ पार्टधारी हैं।