14-04-13 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ''अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज:22-01-76 मधुबन
वर्तमान लास्ट समय का फास्ट पुरुषार्थ
वरदान:- ब्राह्मण जीवन में खुशी के वरदान को सदा कायम रखने वाले महान आत्मा भव
ब्राह्मण जीवन में खुशी ही जन्म सिद्ध अधिकार है, सदा खुश रहना ही महानता है। जो इस
खुशी के वरदान को कायम रखते हैं वही महान हैं। तो खुशी को कभी खोना नहीं। समस्या
तो आयेगी और जायेगी लेकिन खुशी नहीं जाये क्योंकि समस्या, पर-स्थिति है, दूसरे के
तरफ से आई है, वह तो आयेगी, जायेगी। खुशी अपनी चीज़ है, अपनी चीज़ को सदा साथ
रखते हैं इसलिए चाहे शरीर भी चला जाए लेकिन खुशी नहीं जाए। खुशी से शरीर भी जायेगा
तो बढ़िया और नया मिलेगा।
स्लोगन:- बापदादा के दिल की मुबारक लेनी है तो अनेक बातों को न देख अथक सेवा पर उपस्थित रहो।