Sunday, August 25, 2013

Murli[25-08-2013]-Hindi

25-08-13 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ``अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज:23-04-77 मधुबन
बाप द्वारा प्राप्त सर्व खजानों को बढ़ाने का आधार है - महादानी बनना

वरदान:- सदा दिलखुश मिठाई खाने और खिलाने वाले सच्चे सेवाधारी खुशमिजाज भव

 जो रोज अमृतवेले दिलखुश मिठाई खाते हैं वे स्वयं भी सारा दिन खुश रहते हैं और
दूसरे भी उनको देख खुश होते हैं। यह दिलखुश की खुराक कैसी भी परिस्थिति को छोटा
बना देती है। पहाड़ को रूई बना देती है। तो सदा यही स्मृति रखो कि हम दिलखुश मिठाई
खाने और दूसरों को खिलाने वाले हैं। रोने की परिस्थिति में भी मन सदा खुश रहे तब कहेंगे
खुशमिजाज। उनके चेहरे से भी सेवा होती है। उनकी सूरत ज्ञान की सीरत को प्रत्यक्ष करती है। 

स्लोगन:- जिसके हर संकल्प से अनेकों को श्रेष्ठ जीवन बनाने की प्रेरणा प्राप्त हो - वही पुण्यात्मा है।