मुरली सार:- ``मीठे बच्चे - तुम सबको जीवनमुक्ति का मन्त्र देने वाले सतगुरू के बच्चे गुरू हो,
प्रश्न:- सेकेण्ड में जीवनमुक्ति प्राप्त करने की विधि और उसका गायन क्या है?
उत्तर:- सेकेण्ड में जीवनमुक्ति प्राप्त करने के लिए प्रवृत्ति में रहते कमल फूल समान पवित्र बनो।
गीत:- यह वक्त जा रहा है........
धारणा के लिए मुख्य सार:-
1) बाप जो सुनाते हैं वह एक कान से सुन दूसरे से निकालना नहीं है। ज्ञान के नशे में रह
2) सभी को सेकेण्ड में मुक्ति-जीवनमुक्ति का अधिकार देने के लिए यही महामन्त्र सुनाना है कि
वरदान:- रियलाइजेशन द्वारा निर्बल से शक्तिशाली बनने वाले मास्टर सर्वशक्तिमान भव
मानव जीवन की मानवता का आधार आत्मा पर है, मैं कौन सी आत्मा हूँ, क्या हूँ - यदि यह
स्लोगन:- जो मन्सा महादानी हैं वह कभी भी संकल्पों के वश नहीं हो सकते।
तुम ईश्वर के बारे में कभी भी झूठ नहीं बोल सकते''
प्रश्न:- सेकेण्ड में जीवनमुक्ति प्राप्त करने की विधि और उसका गायन क्या है?
उत्तर:- सेकेण्ड में जीवनमुक्ति प्राप्त करने के लिए प्रवृत्ति में रहते कमल फूल समान पवित्र बनो।
सिर्फ इस अन्तिम जन्म में पवित्रता की प्रतिज्ञा करो तो जीवनमुक्ति मिल जायेगी। इस पर ही
राजा जनक का मिसाल गाया हुआ है कि गृहस्थ व्यवहार में रहते एक सेकेण्ड में प्रतिज्ञा के
आधार पर जीवनमुक्ति प्राप्त की।
गीत:- यह वक्त जा रहा है........
धारणा के लिए मुख्य सार:-
1) बाप जो सुनाते हैं वह एक कान से सुन दूसरे से निकालना नहीं है। ज्ञान के नशे में रह
अतीन्द्रिय सुख का अनुभव करना है।
2) सभी को सेकेण्ड में मुक्ति-जीवनमुक्ति का अधिकार देने के लिए यही महामन्त्र सुनाना है कि
``देह सहित देह के सब सम्बन्धों को त्याग बाप को याद करो।''
वरदान:- रियलाइजेशन द्वारा निर्बल से शक्तिशाली बनने वाले मास्टर सर्वशक्तिमान भव
मानव जीवन की मानवता का आधार आत्मा पर है, मैं कौन सी आत्मा हूँ, क्या हूँ - यदि यह
रियलाइज कर लें तो शान्ति स्वधर्म हो जाये। मैं श्रेष्ठ आत्मा हूँ, सर्वशक्तिमान की सन्तान हूँ -
यह रियलाइजेशन निर्बल से शक्तिशाली बना देती है। ऐसी शक्तिशाली आत्मा वा मास्टर सर्वशक्तिमान
आत्मा जो चाहे, जैसे चाहे वह प्रैक्टिकल कर सकती है।
स्लोगन:- जो मन्सा महादानी हैं वह कभी भी संकल्पों के वश नहीं हो सकते।