Tuesday, February 17, 2015
मुरली 18 फरवरी 2015
“मीठे बच्चे - तुम्हें श्रीमत मिली है कि आत्म- अभिमानी बन बाप को याद करो, किसी भी बात में तुम्हें आरग्यु नहीं करना है”
प्रश्न:-
बुद्धियोग स्वच्छ बन बाप से लग सके, उसकी युक्ति कौन- सी रची हुई है?
उत्तर:-
7 दिन की भट्ठी । कोई भी नया आता है तो उसे 7 दिन के लिए भट्ठी में बिठाओ जिससे बुद्धि का किचड़ा निकले और गुप्त बाप, गुप्त पढ़ाई और गुप्त वर्से को पहचान सके । अगर ऐसे ही बैठ गये तो मूंझ जायेंगे, समझेंगे कुछ नहीं ।
गीत:-
जाग सजनियां जाग ..
धारणा के लिए मुख्य सार:-
1. सदैव हर्षित रहने के लिए नथिंगन्यु का पाठ पक्का करना है । बेहद का बाप हमें बेहद की बादशाही दे रहे हैं - इस खुशी में रहना है ।
2. ज्ञान के अच्छे- अच्छे गीत सुनकर स्वयं को रिफ्रेश करना है । उनका अर्थ निकालकर दूसरों को सुनाना है ।
वरदान:-
सदा मोल्ड होने की विशेषता से सम्पर्क और सेवा में सफल होने वाले सफलतामूर्त भव !
जिन बच्चों में स्वयं को मोल्ड करने की विशेषता है वह सहज ही गोल्डन एज की स्टेज तक पहुँच सकते हैं । जैसा समय, जैसे सरकमस्टाँश हो उसी प्रमाण अपनी धारणाओं को प्रत्यक्ष करने के लिए मोल्ड होना पड़ता है । मोल्ड होने वाले ही रीयल गोल्ड हैं । जैसे साकार बाप की विशेषता देखी-जैसा समय, जैसा व्यक्ति वैसा रूप-ऐसे फालो फादर करो तो सेवा और सम्पर्क सबमें सहज ही सफलतामूर्त बन जायेंगे ।
स्लोगन:-
जहाँ सर्वशक्तियां हैं वहाँ निर्विघ्न सफलता साथ है ।
ओम् शांति