08-06-14 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ``अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज:18-01-78 मधुबन
बापदादा की सेवा का रिटर्न
वरदान:- बाप की मदद से सूली को कांटा बनाने वाले सदा निश्चिंत और ट्रस्टी भव
पिछला हिसाब सूली है लेकिन बाप की मदद से वह कांटा बन जाता है। परिस्थितियां
स्लोगन:- शुभ भावना के स्टॉक द्वारा निगेटिव को पॉजिटिव में परिवर्तन करो।
बापदादा की सेवा का रिटर्न
वरदान:- बाप की मदद से सूली को कांटा बनाने वाले सदा निश्चिंत और ट्रस्टी भव
पिछला हिसाब सूली है लेकिन बाप की मदद से वह कांटा बन जाता है। परिस्थितियां
आनी जरूर हैं क्योंकि सब कुछ यहाँ ही चुक्तू करना है लेकिन बाप की मदद उन्हें
कांटा बना देती है, बड़ी बात को छोटा बना देती है क्योंकि बड़ा बाप साथ है। इसी
निश्चय के आधार से सदा निश्चिंत रहो और ट्रस्टी बन मेरे को तेरे में बदली कर
हल्के हो जाओ तो सब बोझ एक सेकण्ड में समाप्त हो जायेंगे।
स्लोगन:- शुभ भावना के स्टॉक द्वारा निगेटिव को पॉजिटिव में परिवर्तन करो।