24-06-14 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ``मातेश्वरी'' रिवाइज :21-06-64 मधुबन
(प्रात:क्लास में सुनाने के लिए मातेश्वरी जी के मधुर महावाक्य)
गीत: यह मेरा छोटा-सा संसार है...
वरदान:- सिद्धि को स्वीकार करने के बजाए सिद्धि का प्रत्यक्ष सबूत दिखाने वाले
अब आप सबके सिद्धि का प्रत्यक्ष रूप दिखाई देगा। कोई बिगड़ा हुआ कार्य भी आपकी
स्लोगन:- अव्यक्त स्थिति में स्थित हो मिलन मनाओ तो वरदानों का भण्डार खुल जायेगा।
(प्रात:क्लास में सुनाने के लिए मातेश्वरी जी के मधुर महावाक्य)
गीत: यह मेरा छोटा-सा संसार है...
वरदान:- सिद्धि को स्वीकार करने के बजाए सिद्धि का प्रत्यक्ष सबूत दिखाने वाले
शक्तिशाली आत्मा भव
अब आप सबके सिद्धि का प्रत्यक्ष रूप दिखाई देगा। कोई बिगड़ा हुआ कार्य भी आपकी
दृष्टि से, आपके सहयोग से सहज हल होगा। कोई सिद्धि के रूप में आप लोग नहीं कहेंगे
कि हाँ यह हो जायेगा। लेकिन आपका डायरेक्शन स्वत: सिद्धि प्राप्त कराता रहेगा तब
प्रजा जल्दी-जल्दी बनेगी, सब तरफ से निकलकर आपकी तरफ आयेंगे। यह सिद्धि
का पार्ट अभी चलेगा लेकिन पहले इतने शक्तिशाली बनो जो सिद्धि को स्वीकार न
करो तब प्रत्यक्षता होगी।
स्लोगन:- अव्यक्त स्थिति में स्थित हो मिलन मनाओ तो वरदानों का भण्डार खुल जायेगा।