Sunday, May 4, 2014

Murli-[4-5-2014]-Hindi

04-05-14 प्रात:मुरली ओम् शान्ति्ा ``अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज:28-06-77 मधुबन 
वेस्ट (Waste) मत करो और वेट (Weight) कम करो 


वरदान:- स्व-परिवर्तन से विश्व परिवर्तन के कार्य में दिल-पसन्द सफलता प्राप्त करने वाले 
सिद्धि स्वरूप भव 

हर एक स्व परिवर्तन द्वारा विश्व परिवर्तन करने की सेवा में लगे हुए हैं। सभी के मन में यही 
उमंग-उत्साह है कि इस विश्व को परिवर्तन करना ही है और निश्चय भी है कि परिवर्तन होना 
ही है। जहाँ हिम्मत है वहाँ उमंग-उत्साह है। स्व परिवर्तन से ही विश्व परिवर्तन के कार्य में 
दिलपसन्द सफलता प्राप्त होती है। लेकिन यह सफलता तभी मिलती है जब एक ही समय 
वृत्ति, वायब्रेशन और वाणी तीनों शक्तिशाली हों। 

स्लोगन:- जब बोल में स्नेह और सयंम हो तब वाणी की एनर्जी जमा होगी।