11-05-14 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ``अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज:30-06-77 मधुबन
बापदादा की हर ब्राह्मण आत्मा प्रति श्रेष्ठ कामनाएं
वरदान:- हलचल में दिलशिकस्त होने के बजाए बड़ी दिल रखने वाले हिम्मतवान भव
कभी भी कोई शारीरिक बीमारी हो, मन का तूफान हो, धन में या प्रवृत्ति में हलचल हो,
स्लोगन:- किसी की कमजोरी को देखने की आंखें बन्द कर मन को अन्तर्मुखी बनाओ।
बापदादा की हर ब्राह्मण आत्मा प्रति श्रेष्ठ कामनाएं
वरदान:- हलचल में दिलशिकस्त होने के बजाए बड़ी दिल रखने वाले हिम्मतवान भव
कभी भी कोई शारीरिक बीमारी हो, मन का तूफान हो, धन में या प्रवृत्ति में हलचल हो,
सेवा में हलचल हो - उस हलचल में दिलशिकस्त नहीं बनो। बड़ी दिल वाले बनो। जब
हिसाब-किताब आ गया, दर्द आ गया तो उसे सोच-सोचकर, दिलशिकस्त बन बढ़ाओ
नहीं, हिम्मत वाले बनो, ऐसे नहीं सोचो हाय क्या करूं...हिम्मत नहीं हारो।
हिम्मतवान बनो तो बाप की मदद स्वत: मिलेगी।
स्लोगन:- किसी की कमजोरी को देखने की आंखें बन्द कर मन को अन्तर्मुखी बनाओ।