मुरली सार:- ``मीठे बच्चे - बाप का प्यार तो सभी बच्चों से है लेकिन जो बाप की राय को
प्रश्न:- बाप ने कौन-सा कॉन्ट्रैक्ट उठाया है?
उत्तर:- सभी को गुलगुल (फूल) बनाकर वापस ले जाने का कॉन्ट्रैक्ट (ठेका) एक बाप का है।
धारणा के लिए मुख्य सार:-
1) रोज रात में पोतामेल देखना है कि अति मीठे बाबा को सारे दिन में कितना याद किया? अपना
2) बाप जो सुनाते हैं, उस पर विचार सागर मंथन करना है, सर्विस का सबूत देना है। सुना अनसुना
वरदान:- अथॉरिटी बन समय पर सर्वशक्तियों को कार्य में लगाने वाले मास्टर सर्वशक्तिवान भव
सर्वशक्तिवान बाप द्वारा जो सर्वशक्तियां प्राप्त हैं वह जैसी परिस्थिति, जैसा समय और जिस विधि से
स्लोगन:- स्व पुरूषार्थ वा विश्व कल्याण के कार्य में जहाँ हिम्मत है वहाँ सफलता हुई पड़ी है।
फौरन मान लेते हैं, उनकी कशिश होती है। गुणवान बच्चे प्यार खींचते हैं''
प्रश्न:- बाप ने कौन-सा कॉन्ट्रैक्ट उठाया है?
उत्तर:- सभी को गुलगुल (फूल) बनाकर वापस ले जाने का कॉन्ट्रैक्ट (ठेका) एक बाप का है।
बाप जैसा कॉन्ट्रैक्टर दुनिया में और कोई नहीं। वही सर्व की सद्गति करने आते हैं। बाप सर्विस
के बिगर रह नहीं सकते। तो बच्चों को भी सर्विस का सबूत देना है। सुना-अनसुना नहीं करना है।
धारणा के लिए मुख्य सार:-
1) रोज रात में पोतामेल देखना है कि अति मीठे बाबा को सारे दिन में कितना याद किया? अपना
शो करने के लिए पोतामेल नहीं रखना है, गुप्त पुरूषार्थ करना है।
2) बाप जो सुनाते हैं, उस पर विचार सागर मंथन करना है, सर्विस का सबूत देना है। सुना अनसुना
नहीं करना है। अन्दर कोई भी आसुरी अवगुण है तो उसे चेक करके निकालना है।
वरदान:- अथॉरिटी बन समय पर सर्वशक्तियों को कार्य में लगाने वाले मास्टर सर्वशक्तिवान भव
सर्वशक्तिवान बाप द्वारा जो सर्वशक्तियां प्राप्त हैं वह जैसी परिस्थिति, जैसा समय और जिस विधि से
आप कार्य में लगाने चाहो वैसे ही रूप से यह शक्तियां आपके सहयोगी बन सकती हैं। इन शक्तियों को
वा प्रभु-वरदान को जिस रूप में चाहो वह रूप धारण कर सकती हैं। अभी-अभी शीतलता के रूप में,
अभी-अभी जलाने के रूप में। सिर्फ समय पर कार्य में लगाने की अथॉरिटी बनो। यह सर्वशक्तियां
तो आप मास्टर सर्वशक्तिवान की सेवाधारी हैं।
स्लोगन:- स्व पुरूषार्थ वा विश्व कल्याण के कार्य में जहाँ हिम्मत है वहाँ सफलता हुई पड़ी है।