Monday, April 28, 2014

Murli-[27-4-2014]-Hindi

27-04-14 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ``अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज़:25-06-77 मधुबन 
पवित्रता की सम्पूर्ण स्टेज 


वरदान:- बाप और वरदाता इस डबल सम्बन्ध से डबल प्राप्ति करने वाले सदा शक्तिशाली आत्मा भव
 
सर्व शक्तियां बाप का वर्सा और वरदाता का वरदान हैं। बाप और वरदाता - इस डबल संबंध से हर 
एक बच्चे को यह श्रेष्ठ प्राप्ति जन्म से ही होती है। जन्म से ही बाप बालक सो सर्व शक्तियों का 
मालिक बना देता है। साथ-साथ वरदाता के नाते से जन्म होते ही मास्टर सर्वशक्तिवान बनाए 
``सर्वशक्ति भव'' का वरदान दे देता है। तो एक द्वारा यह डबल अधिकार मिलने से सदा 
शक्तिशाली बन जाते हो। 

स्लोगन:- देह और देह के साथ पुराने स्वभाव, संस्कार वा कमजोरियों से न्यारा होना ही 
विदेही बनना है।