13-10-13 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ``अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज:14-05-77 मधुबन
स्वमान और फ़रमान
वरदान:- हर कर्म का बोझ बाप पर छोड़ स्वयं ट्रस्टी बन रहने वाले डबल लाइट फरिश्ता भव
हिम्मत रखने वाले बच्चों को बापदादा सदा ही मदद करते हैं। बच्चे श्रेष्ठ संकल्प करते
स्लोगन:- उमंग-उत्साह के पंख साथ हों तो उड़ती कला में उड़ते रहेंगे।
स्वमान और फ़रमान
वरदान:- हर कर्म का बोझ बाप पर छोड़ स्वयं ट्रस्टी बन रहने वाले डबल लाइट फरिश्ता भव
हिम्मत रखने वाले बच्चों को बापदादा सदा ही मदद करते हैं। बच्चे श्रेष्ठ संकल्प करते
और बाप हाज़िर हो जाते। सिर्फ बाप के ऊपर सारा कार्य छोड़ दो तो बाप जाने, कार्य
जाने। खुद अपने ऊपर जवाबदारियों का बोझ नहीं उठाओ, ट्रस्टी बनकर रहो तो सदा
हल्के, डबल लाइट फरिश्ता बन उड़ते रहेंगे। दिल साफ है तो मुराद हांसिल हो जाती है।
स्लोगन:- उमंग-उत्साह के पंख साथ हों तो उड़ती कला में उड़ते रहेंगे।