Tuesday, October 1, 2013

Murli[1-10-2013]-Hindi

मुरली सार:- ``मीठे बच्चे - सदा खुशी में तब रह सकेंगे जब पूरा निश्चय होगा कि हम 
भगवानुवाच ही सुनते हैं, स्वयं भगवान हमें पढ़ा रहे हैं'' 

प्रश्न:- ड्रामा अनुसार इस समय सभी प्लैन क्या बनाते हैं और तैयारी कौन सी करते हैं? 
उत्तर:- इस समय सभी प्लैन बनाते हैं इतने साल में इतना अनाज पैदा करेंगे। नई दिल्ली, 
नया भारत होगा। लेकिन तैयारियां मौत की करते रहते हैं। सारी दुनिया के गले में मौत 
का हार पड़ा हुआ है। कहावत है नर चाहत कुछ और, भई कुछ औरे की और........ बाप 
का प्लैन अपना है, मनुष्यों का प्लैन अपना है। 

गीत:- किसी ने अपना बना के मुझको...... 

धारणा के लिए मुख्य सार:- 

1) सच्चे-सच्चे रूहानी सैलवेशन आर्मी बन भारत को विकारों से सैलवेज करना है। बाप 
का मददगार बन रूहानी सोशल सेवा करनी है। 

2) एक बाप से ही सत्य बातें सुननी है। हियर नो ईविल, सी नो ईविल........ इन आंखों 
से पिछाड़ी की सीन देखने के लिए योगयुक्त बनना है। 

वरदान:- ब्रह्मा बाप के कदम पर कदम रख हद को बेहद में समाने वाले बेहद के बादशाह भव 

फालो फादर करना अर्थात् मेरे को तेरे में समाना, हद को बेहद में समाना, अभी इस कदम 
पर कदम रखने की आवश्यकता है। सबके संकल्प, बोल, सेवा की विधि बेहद की अनुभव हो। 
स्व-परिवर्तन के लिए हद को सर्व वंश सहित समाप्त करो, जिसको भी देखो वा जो भी आपको 
देखे - बेहद के बादशाह का नशा अनुभव हो। सेवा भी हो, सेन्टर्स भी हों लेकिन हद का नाम 
निशान न हो तब विश्व के राज्य का तख्त प्राप्त होगा। 

स्लोगन:- अपने ख्यालात आलीशान बना लो तो छोटी-छोटी बातों में टाइम वेस्ट नहीं जायेगा।