Thursday, June 6, 2013

Murli [6-06-2013]-Hindi

मुरली सार:- ''मीठे बच्चे-मन्मनाभव रूपी इन्जेक्शन सर्व दु:खों की बीमारी से मुक्त करने वाला है, देही-अभिमानी 
बनो तो पवित्रता-सुख-शान्ति का वर्सा मिल जायेगा'' 

प्रश्न:- बाप की किस महिमा का प्रैक्टिकल टेस्ट तुम बच्चों ने किया है? 
उत्तर:- बाप की महिमा में गाते हैं-कितना मीठा, कितना प्यारा शिव भोला भगवान... इसका प्रैक्टिकल टेस्ट तुम 
बच्चों ने किया है। तुम अनुभव से कहते हो मीठा बाबा हमको कितना मीठा बना रहे हैं! बाबा अपने मीठे बच्चों 
को आशीर्वाद भी करते-बच्चे, सदा जीते रहो। मोस्ट बिलवेड बाप के बने हो तो उन जैसा मीठा फूल बनो। 

गीत:- धीरज धर मनुवा... 

धारणा के लिए मुख्य सार:- 

1) अविनाशी ज्ञान रत्नों का दान कर सच्चा व्यापारी बनना है। सच्चा धन्धा करना है। 

2) देही-अभिमानी बनने की मेहनत करनी है। ज्ञान डान्स सीखनी और सिखानी है। 

वरदान:- ब्राह्मण जन्म की विशेषता और विचित्रता को स्मृति में रख सेवा करने वाले साक्षी भव 

यह ब्राह्मण जन्म दिव्य जन्म है। साधारण जन्मधारी आत्मायें अपना बर्थ डे अलग मनाती, मैरेज डे, फ्रैन्डस डे 
अलग मानती, लेकिन आपका बर्थ डे भी वही है, तो मैरेज डे, मदर डे, फादर डे, इंगेजमेंट डे सब एक ही है क्योंकि 
आप सबका वायदा है - एक बाप दूसरा न कोई। तो इस जन्म की विशेषता और विचित्रता को स्मृति में रख सेवा 
का पार्ट बजाओ। सेवा में एक दो के साथी बनो, लेकिन साक्षी होकर साथी बनो। जरा भी किसी में विशेष झुकाव न हो। 

स्लोगन:- बेपरवाह बादशाह वह है जिसके जीवन में निर्माणता और अथॉरिटी का बैलेन्स हो।