Tuesday, June 18, 2013

Murli [18-06-2013]-Hindi

मुरली सार:- मीठे बच्चे, तुम्हें देह सहित इस सारी पुरानी दुनिया का त्याग करना है, क्योंकि 
तुम्हें गाइड द्वारा सच्चा रास्ता मिल गया है'' 

प्रश्न:- ईश्वरीय प्लैन के अनुसार किस कर्त्तव्य में कल्याण समाया हुआ है? 
उत्तर:- यह महाविनाश का जो कर्त्तव्य है, जिसमें सारी बेहद की पुरानी दुनिया खत्म होनी है, 
इसमें कल्याण समाया हुआ है। मनुष्य समझते यह बहुत बड़ा अकल्याण है, लेकिन बाप कहते 
मैंने यह ज्ञान यज्ञ जो रचा है, इसमें सारी पुरानी दुनिया की आहुति पड़ेगी, फिर नई दुनिया आयेगी। 

गीत:- ओम् नमो शिवाए .... 

धारणा के लिए मुख्य सार:- 

1) ड्रामा के राज़ को अच्छी रीति जानकर पार्ट बजाना है। अभी हम धणी बाप के बने हैं, कब 
आपस में लड़ना-झगड़ना नहीं है। 

2) बाप गाइड बन सबको लेने आया है, अब देह सहित सब कुछ भूल एक बाप को ही याद करना है। 

वरदान:- परिस्थितियों को साइडसीन समझ पार करने वाले स्मृति स्वरूप समर्थ आत्मा भव 

स्मृति स्वरूप आत्मा समर्थ होने के कारण परिस्थितियों को खेल समझती है। भल कितनी भी बड़ी 
परिस्थिति हो लेकिन समर्थ आत्मा के लिए मंजिल पर पहुंचने के लिए यह सब रास्ते के साइड 
सीन्स हैं। लोग तो खर्चा करके भी साइड सीन्स देखने जाते हैं। तो स्मृति स्वरूप समर्थ आत्मा के 
लिए परिस्थिति कहो, पेपर कहो, विघ्न कहो सब साइडसीन्स हैं और स्मृति में है कि यह मंजिल के 
साइडसीन्स अनगिनत बार पार की हैं, नथिंगन्यु। 

स्लोगन:- दूसरों की करेक्शन करने के बजाए बाप से कनेक्शन जोड़ लो तो वरदानों की अनुभूति होती रहेगी।