Tuesday, May 28, 2013

Murli [28-05-2013]-Hindi

मुरली सार:- ''मीठे बच्चे-भारत को स्वर्ग बनाने के लिए विनाश काले प्रीत बुद्धि बन पवित्र रहने 
की प्रतिज्ञा करो, यही बाप की मदद है।'' 

प्रश्न:- योगबल की रूहानी ड्रिल सीखने का मुख्य आधार क्या है? 
उत्तर:- इस ड्रिल के लिए और सबसे बुद्धि का योग तोड़ना पड़ता है और सब संग तोड़ एक बाप 
संग जोड़ो। एक से सच्ची प्रीत हो तब ही यह रूहानी ड्रिल कर सकते हो। यही योगबल है जिससे 
21 जन्मों के लिए विश्व की राजाई प्राप्त होती है। 

गीत:- भोलेनाथ से निराला... 

धारणा के लिए मुख्य सार:- 

1) योगबल की ड्रिल करते नानवायोलेंस (अहिंसक) बन सभी का उद्धार करने के निमित्त बनना है।
 
2) भोलानाथ बाप से सच्चा सौदा करना है। पुरानी किचड़पट्टी दे स्वर्ग का राज्य-भाग्य लेना है। 
पुरानी दुनिया से प्रीत तोड़ एक बाप से जोड़नी है। 

वरदान:- समेटने की शक्ति द्वारा सेकण्ड में फुलस्टॉप लगाने वाले नष्टोमोहा स्मृति स्वरूप भव 

लास्ट में फाइनल पेपर का क्वेश्चन होगा - सेकण्ड में फुलस्टॉप। और कुछ भी याद न आये। बस बाप 
और मैं, तीसरी कोई बात नहीं..सेकण्ड में मेरा बाबा दूसरा न कोई ... यह सोचने में भी समय लगता है 
लेकिन टिक जाएं, हिलें नहीं। क्यों, क्या.. का कोई क्वेश्चन उत्पन्न न हो तब नष्टोमोहा स्मृति स्वरूप 
बनेंगे इसलिए अभ्यास करो जब चाहें विस्तार में आयें और जब चाहें समेट लें। ब्रेक पावरफुल हो। 

स्लोगन:- जिसे स्वमान का अभिमान नहीं है वही सदा निर्माण है।