Sunday, September 23, 2012

Murli [23-09-2012]-Hindi

23-09-12 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ''अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज:14-09-75 मधुबन 
अकाल तख्त-नशीन और महाकाल-मूर्त बन समेटने की शक्ति का प्रयोग करो 
23-09-12 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ''अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज:18-09-75 मधुबन 
माया के चक्करों से परे, स्वदर्शन चक्रधारी ही भविष्य में छत्रधारी 
वरदान: विश्व से अंधकार को मिटाकर रोशनी देने वाले मास्टर ज्ञान सूर्य भव 
मास्टर ज्ञान सूर्य वह हैं जो विश्व से अंधकार को मिटाकर रोशनी देने वाले हैं। वह स्वयं भी प्रकाश स्वरूप, लाइट-माइट रूप हैं और दूसरों को भी लाइट-माइट देने वाले हैं। जहाँ सदा रोशनी होती है वहाँ अंधकार का सवाल ही नहीं, अंधकार हो ही नहीं सकता। जो विश्व को रोशनी देने वाले हैं वह स्वयं अंधकार में नहीं रह सकते। सम्पूर्ण पवित्रता अर्थात् रोशनी। उनके पास अंधकार अर्थात् विकारों का अंश भी नहीं रह सकता। 
स्लोगन: स्वभाव, संस्कार, सम्बन्ध-सम्पर्क में लाइट रहना ही मिलनसार बनना है।