Monday, July 9, 2012

Murli [9-07-2012]-Hindi

मुरली सार:- ''मीठे बच्चे - डबल सिरताज बनने के लिए डबल हिंसा छोड़नी है, अननोन वारियर्स बन माया दुश्मन पर जीत पानी है'' 
प्रश्न: छोटा मुख और बड़ी बात... यह कहावत किसके लिए और क्यों प्रसिद्ध है? 
उत्तर: यह कहावत परमात्मा के लिए है। कैसे वह साधारण तन में बैठ इस छोटे मुख से तुम्हें बड़ी-बड़ी बातें सुनाते हैं। गरीब निवाज़ बाप तुम्हें गरीब से साहूकार बना देते हैं। तुम बच्चे भी कहते हो हम जबरदस्त वारियर्स हैं। हम रावण पर जीत पाकर सारे विश्व पर स्वर्ग की स्थापना कर रहे हैं। तो यह भी जैसे छोटा मुख बड़ी बात हुई। मनुष्य इन बातों को सुनकर हंसते हैं, समझ नहीं सकते। तुम्हारी जैसी बातें करना किसको आयेगा भी नहीं। 
गीत:- आखिर वह दिन आया आज... 
धारणा के लिए मुख्य सार 
1) माया के तूफानों से डरना नहीं है, याद की रेस करनी है। याद का ही चार्ट रखना है। याद ही सेफ्टी का साधन है। 
2) श्रीमत पर हम श्रेष्ठ राजधानी स्थापन कर रहे हैं। हम अन-नोन (गुप्त) लेकिन वेरी वेलनोन (प्रख्यात) वारियर्स हैं। इस रूहानी नशे में रहना है। 
वरदान: हर कर्म में बाप का साथ साथी रूप में अनुभव करने वाले सिद्धि स्वरूप भव 
सबसे सहज और निरन्तर याद का साधन है-सदा बाप के साथ का अनुभव हो। साथ की अनुभूति याद करने की मेहनत से छुड़ा देती है। जब साथ है तो याद रहेगी ही लेकिन ऐसा साथ नहीं कि सिर्फ साथ में बैठा है लेकिन साथी अर्थात् मददगार है। साथ वाला कभी भूल भी सकता है लेकिन साथी नहीं भूलता। तो हर कर्म में बाप ऐसा साथी है जो मुश्किल को भी सहज करने वाला है। ऐसे साथी के साथ का सदा अनुभव होता रहे तो सिद्धि स्वरूप बन जायेंगे। 
स्लोगन: विशेष आत्मा बनना है तो विशेषता को ही देखो और विशेषता का ही वर्णन करो।