Tuesday, May 8, 2012

Murli [8-05-2012]-Hindi

08-05-12 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ''बापदादा'' मधुबन 
मुरली सार : ''मीठे बच्चे - बाप की श्रीमत पर चलने से ऊंच बनेंगे, रावण की मत पर चलने से सारी इज्जत ही मिट्टी में मिल जायेगी'' 
प्रश्न: ईश्वरीय बर्थ राइट लेने वाले वारिस बच्चों की निशानी सुनाओ? 
उत्तर: ऐसे वारिस बच्चे - 1) बाप को पूरा-पूरा फालो करते हुए चलेंगे। 2) शूद्रों के संग से बहुत-बहुत सम्भाल रखेंगे। कभी भी उनके संग में आकर बाप की श्रीमत में अपनी मनमत मिक्स नहीं करेंगे। 3) अपना सच्चा-सच्चा पोतामेल बाप को सुनायेंगे। 4) एक दो को सावधान करते उन्नति को पाते रहेंगे। 5) कभी भी बाप का हाथ छोड़ने का संकल्प भी नहीं करेंगे। 
गीत:- माता ओ माता तू सबकी भाग्य विधाता.... 
धारणा के लिए मुख्य सार: 
1) बाप की सर्विस में विघ्न रूप नहीं बनना है। श्रीमत पर चल बहुत-बहुत मीठा बनना है, किसी पर भी क्रोध नहीं करना है। 
2) माया से बचने के लिए संग की बहुत सम्भाल करनी है, शूद्रों का संग नहीं करना है। बाबा को अपना सच्चा-सच्चा पोतामेल देना है। ईश्वरीय बर्थ डे मनाना है, आसुरी नहीं। 
वरदान: सर्व शक्तियों की सम्पन्नता द्वारा विश्व के विघ्नों को समाप्त करने वाले विघ्न-विनाशक भव 
जो सर्व शक्तियों से सम्पन्न है वही विघ्न-विनाशक बन सकता है। विघ्न-विनाशक के आगे कोई भी विघ्न आ नहीं सकता। लेकिन यदि कोई भी शक्ति की कमी होगी तो विघ्न-विनाशक बन नहीं सकते इसलिए चेक करो कि सर्व शक्तियों का स्टॉक भरपूर है? इसी स्मृति वा नशे में रहो कि सर्व शक्तियां मेरा वर्सा हैं, मैं मास्टर सर्वशक्तिवान हूँ तो कोई विघ्न ठहर नहीं सकता। 
स्लोगन: जो सदा शुभ संकल्पों की रचना करते हैं वही डबल लाइट रहते हैं।