Thursday, May 3, 2012

Murli [3-05-2012]-Hindi

03-05-12 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ''बापदादा'' मधुबन 
मुरली सार : ''मीठे बच्चे - इस समय इस भारत को श्रीमत की दरकार है, श्रीमत से ही कौड़ी जैसा भारत हीरे जैसा बनेगा, सबकी गति सद्गति होगी'' 
प्रश्न: सर्वशक्तिवान बाप में कौन सी शक्ति है, जो मनुष्यों में नहीं? 
उत्तर: रावण को मारने की शक्ति एक सर्वशक्तिमान् बाप में है, मनुष्यों में नहीं। सिवाए राम की शक्ति से यह रावण मर नहीं सकता। बाप जब आते हैं तब तुम बच्चों को ऐसी शक्ति देते हैं जिससे तुम भी रावण पर जीत पा लेते हो। 
धारणा के लिए मुख्य सार- 
1) मोस्ट बिलवेड बाप को साथ में रख भोजन खाना है। एक बाप से ही बुद्धियोग जोड़ना है। एक की श्रीमत पर चलना है। 
2) बुद्धि से बेहद की पुरानी दुनिया को भूलना है, इसका ही सन्यास करना है। 
वरदान: अपने चेहरे और चलन से रूहानी रॉयल्टी का अनुभव कराने वाले सम्पूर्ण पवित्र भव 
रूहानी रॉयल्टी का फाउण्डेशन सम्पूर्ण पवित्रता है। सम्पूर्ण प्योरिटी ही रॉयल्टी है। इस रूहानी रॉयल्टी की झलक पवित्र आत्मा के स्वरूप से दिखाई देगी। यह चमक कभी छिप नहीं सकती। कोई कितना भी स्वयं को गुप्त रखे लेकिन उनके बोल, उनका संबंध-सम्पर्क, रुहानी व्यवहार का प्रभाव उनको प्रत्यक्ष करेगा। तो हर एक नॉलेज के दर्पण में देखो कि मेरे चेहरे पर, चलन में वह रॉयल्टी दिखाई देती है वा साधारण चेहरा, साधारण चलन है? 
स्लोगन: सदा परमात्म पालना के अन्दर रहना ही भाग्यवान बनना है।