Wednesday, July 16, 2014

Murli-[16-7-2014]-Hindi

मुरली सार:- ``मीठे बच्चे - याद से ही बैटरी चार्ज होगी, शक्ति मिलेगी, आत्मा सतोप्रधान बनेगी 
इसलिए याद की यात्रा पर विशेष अटेन्शन दो'' 

प्रश्न:- जिन बच्चों का प्यार एक बाप से है, उनकी निशानी क्या होगी? 
उत्तर:- 1. यदि एक बाप से प्यार है तो बाप की नज़र उन्हें निहाल कर देगी, 2. वे पूरा नष्टोमोहा होंगे, 
3. जिन्हें बेहद के बाप का प्यार पसन्द आ गया, वह और किसी के प्यार में फँस नहीं सकते, 
4. उनकी बुद्धि झूठ खण्ड के झूठे मनुष्यों से टूट जाती है। बाबा तुम्हें अभी ऐसा प्यार देते हैं जो 
अविनाशी बन जाता है। सतयुग में भी तुम आपस में बहुत प्यार से रहते हो। 

धारणा के लिए मुख्य सार:- 

1) सर्व शक्तिमान् बाप से अपना बुद्धियोग लगाकर बैटरी चार्ज करनी है। आत्मा को सतोप्रधान 
बनाना है। याद की यात्रा में कभी मूँझना नहीं है। 

2) पढ़ाई पढ़कर अपने ऊपर आपेही कृपा करनी है। बाप समान प्यार का सागर बनना है। जैसे 
बाप का प्यार अविनाशी है, ऐसे सबसे अविनाशी सच्चा प्यार रखना है, मोहजीत बनना है। 

वरदान:- हर घड़ी को अन्तिम घड़ी समझ सदा रूहानी मौज में रहने वाली विशेष आत्मा भव 

संगमयुग रूहानी मौजों में रहने का युग है इसलिए हर घड़ी रूहानी मौज का अनुभव करते रहो, 
कभी किसी भी परिस्थिति या परीक्षा में मूंझना नहीं क्योंकि यह समय अकाले मृत्यु का है। 
थोड़ा समय भी अगर मौज के बजाए मूंझ गये और उसी समय अन्तिम घड़ी आ जाए तो अन्त 
मती सो गति क्या होगी इसलिए एवररेडी का पाठ पढ़ाया जाता है। एक सेकण्ड भी धोखा देने 
वाला हो सकता है इसलिए स्वयं को विशेष आत्मा समझकर हर संकल्प, बोल और कर्म करो 
और सदा रूहानी मौज में रहो। 

स्लोगन:- अचल बनना है तो व्यर्थ और अशुभ को समाप्त करो।