मीठे बच्चे – तुम्हें सतोप्रधान बनना है तो बाप को प्यार से याद करो, पारसनाथ शिवबाबा तुम्हें
पारसपुरी का मालिक बनाने आये हैं
प्रश्न:- तुम बच्चे किस एक बात की धारणा से ही महिमा योग्य बन जायेंगे?
उत्तर:- बहुत-बहुत निर्माण-चित बनो किसी भी बात का अहंकार नहीं होना चाहिए बहुत मीठा बनना है
अहंकार आया तो दुश्मन बन जाते हैं ऊँच अथवा नीच, पवित्रता की बात पर बनते हैं जब पवित्र हैं तो
मान है, अपवित्र हैं तो सबको माथा टेकते हैं
मीठे-मीठे सिकीलधे बच्चों प्रति मात-पिता बापदादा का याद-प्यार और गुडमॉर्निंग रूहानी बाप की रूहानी बच्चों कोनमस्ते
धारणा के लिए मुख्य सार:-
1. सर्विस की युक्ति सीखकर बहुत-बहुत होशियार और चमत्कारी बनना है धारणा कर फिर दूसरों को करानी है
पढ़ाई से अपनी तक़दीर आपेही बनानी है
2. किसी भी बात में ज़रा भी अहंकार नहीं दिखाना है, बहुत-बहुत मीठा और निर्माणचित बनना है माया रूपी
ग्राह से अपनी सम्भाल करनी है
वरदान:- सत्यता की अथॉरिटी को धारण कर सर्व को आकर्षित करने वाले निर्भय और विजयी भव !
आप बच्चे सत्यता की शक्तिशाली श्रेष्ठ आत्मायें हो सत्य ज्ञान, सत्य बाप, सत्य प्राप्ति, सत्य याद, सत्य गुण,
सत्य शक्तियाँ सब प्राप्त हैं इतनी बड़ी अथॉरिटी का नशा रहे तो यह सत्यता की अथॉरिटी हर आत्मा को आकर्षित
करती रहेगी झूठखण्ड में भी ऐसी सत्यता की शक्ति वाले विजयी बनते हैं सत्यता की प्राप्ति ख़ुशी और निर्भयता है
सत्य बोलने वाला निर्भय होगा उनको कभी भय नहीं हो सकता
स्लोगन:- वायुमण्डल को परिवर्तन करने का साधन है – पॉजिटिव संकल्प और शक्तिशाली वृत्ति