07-04-13 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ''अव्यक्त बापदादा'' रिवाइज: 22-03-96 मधुबन
''ब्राह्मण जीवन की पर्सनैलिटी - सब प्रश्नों से पार सदा प्रसन्नचित्त रहना''
वरदान:- सम्बन्ध में सन्तुष्टता रूपी स्वच्छता को धारण कर सदा हल्के और खुश रहने वाले सच्चे पुरुषार्थी भव
सारे दिन में वैरायटी आत्माओं से सम्बन्ध होता है। उसमें चेक करो कि सारे दिन में स्वयं की सन्तुष्टता और
सम्बन्ध में आने वाली दूसरी आत्माओं की सन्तुष्टता की परसेन्टेज कितनी रही? सन्तुष्टता की निशानी स्वयं
भी मन से हल्के और खुश रहेंगे और दूसरे भी खुश रहेंगे। सम्बन्ध की स्वच्छता अर्थात् सन्तुष्टता यही सम्बन्ध
की सच्चाई और सफाई है, इसलिए कहते हैं सच तो बिठो नच। सच्चा पुरुषार्थी खुशी में सदा नाचता रहेगा।
स्लोगन:- जिन्हें किसी भी बात का गम नहीं, वही बेगमपुर के बेफिक्र बादशाह हैं।