14-10-12 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ''अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज: 01-10-75 मधुबन
एकान्त, एकाग्रता और दृढ़-संकल्प से सिद्धि की प्राप्ति
14-10-12 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ''अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज: 03-10-75 मधुबन
विशाल रूप से सेवा करने के लिए विशाल बुद्धि बनो
वरदान: समय और वायुमण्डल को परखकर स्वयं को परिवर्तन करने वाले सर्व के स्नेही भव
जिसमें परिवर्तन शक्ति है वो सबका प्यारा बनता है, वह विचारों में भी सहज होगा। उसमें मोल्ड होने की शक्ति होगी। वह कभी ऐसे नहीं कहेगा कि मेरा विचार, मेरा प्लैन, मेरी सेवा इतनी अच्छी होते हुए भी मेरा क्यों नहीं माना गया। यह मेरापन आया माना अलाए मिक्स हुआ इसलिए समय और वायुमण्डल को परखकर स्वयं को परिवर्तन कर लो-तो सर्व के स्नेही, नम्बरवन विजयी बन जायेंगे।
स्लोगन: समस्याओं को मिटाने वाले बनो - समस्या स्वरूप नहीं।
एकान्त, एकाग्रता और दृढ़-संकल्प से सिद्धि की प्राप्ति
14-10-12 प्रात:मुरली ओम् शान्ति ''अव्यक्त-बापदादा'' रिवाइज: 03-10-75 मधुबन
विशाल रूप से सेवा करने के लिए विशाल बुद्धि बनो
वरदान: समय और वायुमण्डल को परखकर स्वयं को परिवर्तन करने वाले सर्व के स्नेही भव
जिसमें परिवर्तन शक्ति है वो सबका प्यारा बनता है, वह विचारों में भी सहज होगा। उसमें मोल्ड होने की शक्ति होगी। वह कभी ऐसे नहीं कहेगा कि मेरा विचार, मेरा प्लैन, मेरी सेवा इतनी अच्छी होते हुए भी मेरा क्यों नहीं माना गया। यह मेरापन आया माना अलाए मिक्स हुआ इसलिए समय और वायुमण्डल को परखकर स्वयं को परिवर्तन कर लो-तो सर्व के स्नेही, नम्बरवन विजयी बन जायेंगे।
स्लोगन: समस्याओं को मिटाने वाले बनो - समस्या स्वरूप नहीं।